चम्बल का इतिहास क्या हैं? ये वो नदी है जो मध्य प्रदेश की मशहूर विंध्याचल पर्वतमाला से निकलकर युमना में मिलने तक अपने 1024 किलोमीटर लम्बे सफर में तीन राज्यों को जीवन देती है। महाभारत से रामायण तक हर महाकाव्य में दर्ज होने वाली चम्बल राजस्थान की सबसे लम्बी नदी है। श्रापित और दुनिया के सबसे खतरनाक बीहड़ के डाकुओं का घर माने जाने वाली चम्बल नदी मगरमच्छों और घड़ियालों का गढ़ भी मानी जाती है। तो आईये आज आपको लेकर चलते हैं चंबल नदी की सेर पर भारत की सबसे साफ़ और स्वच्छ नदियों में से एक चम्बल मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में महू छावनी के निकट स्थित विंध्य पर्वत श्रृंखला की जनापाव पहाड़ियों के भदकला जलप्रपात से निकलती है और इसे ही चम्बल नदी का उद्गम स्थान माना जाता है। चम्बल मध्य प्रदेश में अपने उद्गम स्थान से उत्तर तथा उत्तर-मध्य भाग में बहते हुए धार, उज्जैन, रतलाम, मन्दसौर, भिंड, मुरैना आदि जिलों से होकर राजस्थान में प्रवेश करती है। राजस्थान में चम्बल चित्तौड़गढ़ के चौरासीगढ से बहती हुई कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, करोली और धौलपुर जिलों से निकलती है। जिसके बाद ये राजस्थान के धौलपुर से दक्षिण की ओर
From the First Great Ninja War to the Last, Shinobi have WOUNDED AND COME TO HATE EACH OTHER for the benefit of their OWN Nation and Village. That HATRED led to A DESIRE FOR POWER, and that DESIRE FOR POWER CREATED SOMEONE LIKE ME. I too, was once FULL OF HATRED AND POWER!!! I WAS A JINCHUURIKI!!! I HATED THIS WORLD and ALL THE PEOPLE IN IT!!! I constantly thought of NOTHING BUT DESTROYING IT. I WAS NO DIFFERENT THAN WHAT AKATSUKI IS NOW!!! However a certain Shinobi from Konoha STOPPED ME! (Uzumaki Naruto) HE SHED TEARS FOR ME!!! HIS ENEMY!!! EVEN THOUGH I HURT HIM... HE STILL HE CALLED ME HIS FRIEND!!! HE SAVED ME!!! MY ENEMY!!! MY FELLOW JINCHUURIKI!!! He suffered the SAME PAIN as me, and yet BORE NO ILL WILL!!! The moment WE UNDERSTAND each other's PAIN, our MALICE WILL DISAPPEAR! THERE ARE NO ENEMIES HERE! We are ALL ONE and it is because we have ALL BEEN AFFECTED by Akatsuki!!! The Sand Village, Stone Village, Leaf Village, Mist Village, Cloud Village... THEY NO LONGER