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Book Review: Chitralekha by Bhagwati Charan Verma

 चित्रलेखा – एक दार्शनिक कृति की समीक्षा लेखक: भगवती चरण वर्मा   प्रस्तावना   हिंदी साहित्य के इतिहास में *चित्रलेखा* एक ऐसी अनूठी रचना है जिसने पाठकों को न केवल प्रेम और सौंदर्य के मोह में बाँधा, बल्कि पाप और पुण्य की जटिल अवधारणाओं पर गहन चिंतन के लिए भी प्रेरित किया। भगवती चरण वर्मा का यह उपन्यास 1934 में प्रकाशित हुआ था और यह आज भी हिंदी गद्य की कालजयी कृतियों में गिना जाता है। इसमें दार्शनिक विमर्श, मनोवैज्ञानिक विश्लेषण और सामाजिक यथार्थ का ऐसा संलयन है जो हर युग में प्रासंगिक बना रहता है । मूल विषय और उद्देश्य   *चित्रलेखा* का केंद्रीय प्रश्न है — "पाप क्या है?"। यह उपन्यास इस अनुत्तरित प्रश्न को जीवन, प्रेम और मानव प्रवृत्तियों के परिप्रेक्ष्य में व्याख्यायित करता है। कथा की बुनियाद एक बौद्धिक प्रयोग पर टिकी है जिसमें महात्मा रत्नांबर दो शिष्यों — श्वेतांक और विशालदेव — को संसार में यह देखने भेजते हैं कि मनुष्य अपने व्यवहार में पाप और पुण्य का भेद कैसे करता है। इस प्रयोग का परिणाम यह दर्शाता है कि मनुष्य की दृष्टि ही उसके कर्मों को पाप या पुण्य बनाती है। लेखक...

Proof That BLUE FLAG CERTIFICATE Really Works| A Blogpost by Abiiinabu

All About BLUE FLAG CERTIFICATE | ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट क्या होता है|ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट क्यों दिया जाता है|Blue Flag Certificate kya hai| kyu diya jata hai?

All About Blue Flag Certificate | ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट क्या होता है|ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट क्यों दिया जाता है|Blue Flag Certificate kya hai| kyu diya jata hai|?
Blue Flag Tagged Flag

अभी हाल ही में हमने देखा कि भारत के कुछ बीचों को Blue Flag Certificate दिया गया है। वह बीच कौन-कौन से हैं। ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट  क्या होता है? इसे कौन देता है? यह क्यों दिया जाता है? इस सभी की जानकारी हम आपको आज किस ब्लॉग में देने वाले हैं। 

  • किसको मिलता है Blue Flag Certificate?

ब्लू फ्लैग  एक सर्टिफिकेट है जो किसी Beach, Marina या फिर Sustainable Boating Tourism Operator को प्रदान किया जाता है; उनकी सेवाओं के लिए एवं उनके द्वारा पर्यावरण की साफ सफाई एवं रखरखाव के उच्च मापदंडों को लागू करने के लिए।

  • कब मिलता है Blue Flag Certificate?

Blue Flag Certificate प्राप्त करने के 33 अलग-अलग मापदंड है, जिन्हें मुख्य रूप से चार श्रेणियों में विभाजित किया गया है -
  1. पर्यावरण की जानकारी एवं शिक्षा
  2. समुद्री जल में नहाने की क्वालिटी
  3. पर्यावरण का प्रबंधन एवं संरक्षण
  4. अभीष्ट जगह पर सुरक्षा की सुविधाएं
Ghoghla beach Blue flag certificate
Ghoghla Beach

  • कौन देता है Blue Flag Certificate?

Blue Flag Certificate डेनमार्क में स्थित एक गैर सरकारी संस्था Foundation For Environmental Education (FEE) द्वारा प्रदान किया जाता है, इसकी शुरुआत सन 1985 में हुई थी। सबसे पहले France को ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट दिया गया था. उसके बाद सन् 2001 में South Africa पहला गैर यूरोपीय देश बना, जिसे Blue Flag Certificate दिया गया. एशिया में भारत से पहले जापान, दक्षिण कोरिया, यूएई को ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट  मिल चुका है। गौरतलब है कि Asia का सबसे पहला ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट भारत में Oddisha के Chandrabhaga Beach को दिया गया था।

  • भारत को तटीय क्षेत्रों में प्रदूषण निस्तारण  के कार्यकाज के लिए, फाउंडेशन फॉर एनवायरमेंटल एजुकेशन  के द्वारा पूरी दुनिया में तृतीय पुरस्कार  दिया गया है।
  • अभी तक 46 देशों के 4664 बीचों को ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट  दिया जा चुका है। 
  • Spain को सबसे ज्यादा 590 बीचो में और 96 मरीना में ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट  दिया गया है। उसके बाद Greece (497+ 14) और Turkey (486) का नंबर आता है। 

  • भारत में किसको मिला Blue Flag Certificate?

भारत में पिछले साल अक्टूबर 2020 में आठ बीचों  को ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट  दिया गया था. जिनमें गुजरात का शिवराजपुर, दीव का घोघला, कर्नाटका का कासरकोड, कर्नाटक का ही पदुबिद्री, केरल का कप्पड़, आंध्र प्रदेश का ऋषि कोंडा, ओडिशा का गोल्डन बीच और अंडमान निकोबार का राधानगर बीच शामिल थे।
हाल ही में तमिलनाडु का कोवलम और पुडुचेरी का ईडन बीच  भी ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट  प्राप्त करने वाले बीचों की लिस्ट में स्थान बनाने में सफल रहे हैं।
All About Blue Flag Certificate | ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट क्या होता है|ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट क्यों दिया जाता है|Blue Flag Certificate kya hai| kyu diya jata hai|?
All Blue Flag Beaches of India

  • Proof That BLUE FLAG CERTIFICATE Really Works:-

Rishikonda beachBlue flag certificate
Rishikonda Beach
उपरोक्त सभी विशेषताओं से ये सिद्ध होता है कि केवल यदि ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट  की वजह से ही दुनिया के बहुत सारे बीचों की तस्वीर बदल गई है।  ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट लेने के लिए ही सही सरकारें काम से काम पर्यारण की ओर ध्यान तो दे रही है। समुद्री जल की क्वालिटी सुधरी है तो समुद्री जीव एवं मनुष्यों दोनों को ही फायदा है। बीच की सुरक्षा व्यस्था अच्छी होने की वजह से दुर्घटनाओं की आशंकाओं पर विराम लगा हुआ है। इतनी सुविधाएं प्राप्त होने के कारण पर्यटन भी बढ़ा है, जिस कारण देशों की अर्थव्यस्था पर भी प्रभाव पढ  है, जो सकारत्तमक है। सब कारणों की वजह से यह कहा जा सकता है कि ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट वास्तव में काम करते हैं, और इसी वजह से समुद्री रख रखाव आसान एवं प्रभावी बना हुआ है।  
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...हम आशा करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग एवं यह जानकारी पसंद आई होगी अगर आपको यह जानने सच में बहुत पसंद आई है तो इस ब्लॉग को शेयर कीजिए और लोगों में सही जानकारी पहुंचाइए.

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