चम्बल का इतिहास क्या हैं? ये वो नदी है जो मध्य प्रदेश की मशहूर विंध्याचल पर्वतमाला से निकलकर युमना में मिलने तक अपने 1024 किलोमीटर लम्बे सफर में तीन राज्यों को जीवन देती है। महाभारत से रामायण तक हर महाकाव्य में दर्ज होने वाली चम्बल राजस्थान की सबसे लम्बी नदी है। श्रापित और दुनिया के सबसे खतरनाक बीहड़ के डाकुओं का घर माने जाने वाली चम्बल नदी मगरमच्छों और घड़ियालों का गढ़ भी मानी जाती है। तो आईये आज आपको लेकर चलते हैं चंबल नदी की सेर पर भारत की सबसे साफ़ और स्वच्छ नदियों में से एक चम्बल मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में महू छावनी के निकट स्थित विंध्य पर्वत श्रृंखला की जनापाव पहाड़ियों के भदकला जलप्रपात से निकलती है और इसे ही चम्बल नदी का उद्गम स्थान माना जाता है। चम्बल मध्य प्रदेश में अपने उद्गम स्थान से उत्तर तथा उत्तर-मध्य भाग में बहते हुए धार, उज्जैन, रतलाम, मन्दसौर, भिंड, मुरैना आदि जिलों से होकर राजस्थान में प्रवेश करती है। राजस्थान में चम्बल चित्तौड़गढ़ के चौरासीगढ से बहती हुई कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, करोली और धौलपुर जिलों से निकलती है। जिसके बाद ये राजस्थान के धौलपुर से दक्षिण की ओर
भारत का एक ऐसा रेलवे स्टेशन जहां जाने के लिए आपको पाकिस्तान का वीज़ा चाहिए
यह भारत का एकमात्र रेलवे स्टेशन है, जहां आपको इसके परिसर में प्रवेश करने के लिए पाकिस्तान का वीजा लेना होता है - यदि सुरक्षा अधिकारी आपको पासपोर्ट और वीजा के बिना पाते हैं, तो आपको सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा।
आप पर विदेशी अधिनियम की धारा 14 के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। इस अधिनियम के तहत मामला दर्ज होने पर जमानत मिलने में सालों लग जाते हैं।
अटारी श्याम सिंह रेलवे स्टेशन पंजाब के अमृतसर जिले में स्थित है और यह वही स्टेशन है जहां से समझौता एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई जाती है।
अटारी श्याम सिंह रेलवे स्टेशन के अधिकारियों के अनुसार, किसी भी भारतीय को बिना वीजा के स्टेशन परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है क्योंकि इस स्टेशन से पाकिस्तान की ट्रेनें चलती हैं। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए, स्टेशन पर सशस्त्र सुरक्षा कर्मियों द्वारा भारी पहरा दिया जाता है और कई स्तरों पर जांच की जाती है। रेलवे स्टेशन भी चौबीसों घंटे सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रहता है। विदित हो कि अटारी रेलवे स्टेशन ही वो स्टेशन है, जिससे समझौता एक्सप्रेस चलाई गई थी।
- जानिए अटारी स्टेशन के बारे में दिलचस्प तथ्य
- अटारी स्टेशन, देश का पहला और एकमात्र रेलवे स्टेशन है, जहां जन के लिए आपके पास पाकिस्तान का वीज़ा होना अनिवार्य है।
- यह देश का पहला रेलवे स्टेशन है जहां ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के लिए सीमा शुल्क विभाग के साथ-साथ ट्रेन में बैठे मुसाफिरों से इजाजत ली जाती है।
- इस रेलवे स्टेशन से हर रेलवे टिकट खरीदने वालों का पासपोर्ट नंबर लिखा जाता है और उन्हें कन्फर्म सीट मिलती है।
- इस रेलवे स्टेशन पर कुलियों की मनाही है। मुसाफिर को अपना सामान खुद उठाना पड़ता है जिसके लिए स्पेशल ट्रालियां सभी मुसाफिरों के लिए उपलब्ध हैं।
- अगर ट्रेन लेट होती है, तो दोनो देशों को इसकी जानकारी दी जाती है।
Interesting 👌👌
जवाब देंहटाएंInformative..👍👍
जवाब देंहटाएंकतई जहर
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