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History of Chambal

 चम्बल का इतिहास क्या हैं? ये वो नदी है जो मध्य प्रदेश की मशहूर विंध्याचल पर्वतमाला से निकलकर युमना में मिलने तक अपने 1024 किलोमीटर लम्बे सफर में तीन राज्यों को जीवन देती है। महाभारत से रामायण तक हर महाकाव्य में दर्ज होने वाली चम्बल राजस्थान की सबसे लम्बी नदी है। श्रापित और दुनिया के सबसे खतरनाक बीहड़ के डाकुओं का घर माने जाने वाली चम्बल नदी मगरमच्छों और घड़ियालों का गढ़ भी मानी जाती है। तो आईये आज आपको लेकर चलते हैं चंबल नदी की सेर पर भारत की सबसे साफ़ और स्वच्छ नदियों में से एक चम्बल मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में महू छावनी के निकट स्थित विंध्य पर्वत श्रृंखला की जनापाव पहाड़ियों के भदकला जलप्रपात से निकलती है और इसे ही चम्बल नदी का उद्गम स्थान माना जाता है। चम्बल मध्य प्रदेश में अपने उद्गम स्थान से उत्तर तथा उत्तर-मध्य भाग में बहते हुए धार, उज्जैन, रतलाम, मन्दसौर, भिंड, मुरैना आदि जिलों से होकर राजस्थान में प्रवेश करती है। राजस्थान में चम्बल चित्तौड़गढ़ के चौरासीगढ से बहती हुई कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, करोली और धौलपुर जिलों से निकलती है। जिसके बाद ये राजस्थान के धौलपुर से दक्षिण की ओर
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Some facts about House of the Dragon you don't know

  Here are ten interesting facts about *House of the Dragon*: 1. **Prequel to *Game of Thrones***: *House of the Dragon* is set approximately 200 years before the events of *Game of Thrones* and focuses on the Targaryen civil war known as the **Dance of the Dragons**, which caused a major internal conflict within the Targaryen family. 2. **Based on *Fire & Blood***: The series is adapted from George R.R. Martin’s book *Fire & Blood*, which is a fictional historical account detailing the rise and reign of the Targaryen dynasty in Westeros. 3. **Expensive Dragons**: The dragons, a core feature of *House of the Dragon*, were incredibly costly to render. Each dragon has its own unique design and characteristics, and creating them with detailed CGI added significantly to the show's budget. 4. **New Showrunners**: Unlike *Game of Thrones*, which was led by David Benioff and D.B. Weiss, *House of the Dragon* is helmed by showrunners **Miguel Sapochnik** and **Ryan Condal**, both o

The Comeback story of YO YO Honey Singh

  Come Back मैं यो यो हनी सिंह का कभी फैन नहीं रहा न उसके गाने कभी मुझे भाये। मेरी उम्र के लोगों को शायद उसके गाने पसंद भी नही आएंगे हां मुँह पर जरूर चढ़ सकते है लेकिन पसंद नही आएंगे। अंग्रेज़ी बीट दे, आज ब्लू है पानी पानी,  पार्टी आल नाईट , चार बोतल वोदका, लुंगी डांस लूंगी डांस  जैसे तमाम गाने हमारे कानों से 2011 से 2014 तक टकराये, हर शादी, पार्टी में सुनाई दिए।  खैर 2010 से 2014 तक यो यो हनी सिंह अपनी पॉपुलैरिटी के चरम पर था।  उसने जो गाना बनाया वो चला, उसने मिट्टी में हाथ डाला तो वो भी सोना हुआ। लोग बुला बुलाकर उससे गाने लिखवा रहे थे, काम करवा रहे थे, उस टाइम बॉलीवुड का ऐसा कोई पॉपुलर स्टार नही था जिसने उस दौर में हनी सिंह के साथ काम न किया हो। शाहरुख खान बस किसी भी तरह उनका कोई गाना अपनी फिल्म में लेना चाहते थे और हनी सिंह ने एक दिन में लुंगी डान्स बना कर दे दिया।  सफलता का नशा तो था ही, इसी दौरान हनी सिंह सूखे नशों की चपेट में आ गया, दारू तो बेतहाशा पीता ही था लेकिन चरस और गांजा इस कदर पीने लगा कि चौइस ही घंटे वो 'हाइ' ही रहता था, उसको चरस की सिगरेट बनाना नही आता था तो बाक

हिंदी साहित्य कहाँ से शुरू करें?

  हिंदी साहित्य कहाँ से शुरू करें?   यह प्रश्न कोई भी कर सकता है, बशर्ते वह हिंदी भाषा और उसके साहित्य में दिलचस्पी रखता हो; लेकिन प्राय: यह प्रश्न किशोरों और नवयुवकों की तरफ़ से ही आता है। यहाँ इस प्रश्न का उत्तर कुछ क़दर देने की कोशिश की गई है कि जब भी कोई पूछे :   हिंदी साहित्य कहाँ से शुरू करें?   आप कह सकें :   हिंदी साहित्य यहाँ से शुरू करें : 1. देवकीनंदन खत्री कृत ‘चंद्रकांता’ 2. प्रेमचंद की समग्र कहानियाँ 3. भगवतीचरण वर्मा का उपन्यास ‘चित्रलेखा’ 4. जैनेंद्र कुमार का उपन्यास ‘त्यागपत्र’ 5. हरिवंश राय ‘बच्चन’ का काव्य ‘मधुशाला’ 6. राहुल सांकृत्यायन कृत ‘वोल्गा से गंगा’ 7. विश्वनाथ मुखर्जी कृत ‘बना रहे बनारस’ 8. यशपाल का उपन्यास ‘दिव्या’ 9. अज्ञेय कृत ‘शेखर एक जीवनी’ और ‘नदी के द्वीप’ 10. धर्मवीर भारती कृत ‘गुनाहों का देवता’ 11. रामधारी सिंह दिनकर का काव्य ‘रश्मिरथी’ 12. पांडेय बेचन शर्मा ‘उग्र’ की आत्मकथा ‘अपनी ख़बर’ 13. राजकमल चौधरी का उपन्यास ‘मछली मरी हुई’ 14. निर्मल वर्मा का संपूर्ण साहित्य 15. हरिशंकर परसाई का संपूर्ण साहित्य 16. शिवप्रसाद मिश्र ‘रूद्र’ काशिकेय कृत ‘बहती गंगा’

The Legacy of Zinedine Zidane

 जिनेदिन ज़िदान ( हॉट हेडेड लेजेंड) फ्रांस का महान फुटबॉलर जीदान किसी पहचान का मोहताज नही है। जिदान की जर्नी रंगीन नही थी ! दर असल उस के जर्नी की शुरुआत के बारे में बात भी नही होती।बढ़िया प्लेयर हैं लेकिन उल्टी खोपड़ी का है ! अचानक से गुस्सा हो जाता है यही जिदान के बारे में धारणा थी ।फ्रांस में वो लोकप्रिय था लेकिन फ्रांस के अंदर के फुटबॉल विश्व में आज किसी को रुचि नहीं है।आज से तीस साल पहले का सवाल नहीं आता!!नब्बे के दशक में इटली में सिरी ए लीग में मिलान नाम की दो विख्यात कुख्यात टीम का वर्चस्व था।एक जुवे के तौर पर युवेंटीस टीम जिदान को 1996 में साइन करती है ।पिछले दस साल से बस आलोचना की शिकार बनी इस टीम को जिदान लगातार दो बार सिरी ए टाइटल दिलाता है ! 1997 में बलून डोर की रेस में तीसरे स्थान पर आता है तो दुनिया की नजर में ये लड़का आ जाता है! अगले ही साल 1998 में जिदान फ्रांस की टीम को वर्ल्ड कप दिलाता है और बलून डोर भी दिलवाता है।2000 में फ्रांस को यूरो भी जितवा देता है।फिर लिजेंड्री फुटबॉल क्लब रियाल मैड्रिड जिदान को रिकॉर्ड ब्रेकिंग प्राइस में साइन करती है।2002 में जिदान उन्हे चैंपि

Kashi ka Assi Book Review

**किताब समीक्षा: "काशी का अस्सी"** **लेखक**: काशीनाथ सिंह   **शैली**: व्यंग्यात्मक कथा साहित्य   **प्रकाशन वर्ष**: 2004 "काशी का अस्सी" हिंदी साहित्य में एक महत्वपूर्ण और चर्चित उपन्यास है, जिसे काशीनाथ सिंह ने लिखा है। यह किताब बनारस की जीवनशैली, वहाँ की संस्कृति और आम जनमानस की भाषा और बोलचाल का जीवंत चित्रण करती है। किताब का केंद्र बनारस का प्रसिद्ध अस्सी घाट है, जो सिर्फ एक भौगोलिक स्थल नहीं, बल्कि बनारसी जीवन का प्रतीक है। ### **कहानी का सारांश**: कहानी अस्सी घाट के इर्द-गिर्द घूमती है, जहाँ विभिन्न तबकों के लोग बैठकर बातचीत, बहस और ठहाके लगाते हैं। यह बनारसी समाज की धड़कनों को पकड़ता है। किताब में कई पात्र हैं, जिनमें मुख्यत: पंडित, टीकाकार, शिक्षक, छात्र, नौकरीपेशा लोग और साधारण नागरिक शामिल हैं। हर व्यक्ति का अपना दृष्टिकोण और जीवन के प्रति अपने अनुभव होते हैं, जो किताब को वास्तविक और मजेदार बनाते हैं। **काशी का अस्सी** में अस्सी घाट के पंडों और स्थानीय निवासियों के रोजमर्रा के जीवन को बड़े ही सजीव और व्यंग्यात्मक शैली में प्रस्तुत किया गया है। काशी का परंपर

Who are Gandharvas?

  Gandharvas were a strong powerful race. Their strength would be at its nadir after sunset. Earlier, when Pandu’s sons were in disguise, after Duryodhan had tried to char them to death, they had a close encounter with Gandharva king Angaraparna in the forest. After days of walking tirelessly they reached the holy river Ganga with Arjun in the lead to show the way. King Angaraparna was sporting in the river waters with his wives. Gandharvas were considered to be stronger than men having strong attachment for wealth and material things. The king was enraged at seeing strangers in the vicinity of his kingdom. He roared at them. He felt that the Ganges and the neighbouring forest Angaraparna was his private abode and no one dare set foot on its soil after sunset. Arjun was angry. How could anyone express ownership on the rivers and the forests! Only the weak submitted to power. This argument angered Angaraparna. He challenged the Pandav to a duel. Arjuna used the Agni weapon given to him

London Dreams Movie Review

  लंडन ड्रीम्स : अंडर रेटेड !! २००९ में आई इस म्यूजिकल ड्रामा फिल्म को वो बॉक्स ऑफिस सफलता या पहचान नहीं मिली जो एक फिल्म को मिलने चाहिए जिसे आजकल लोग कल्ट कहते है।वो पहचान नहीं मिली क्युकी इस में सलमान और अजय जैसे मेन स्ट्रीम स्टार थे और आज की टेलीग्राम जनता और पुराने क्रिटिक्स को ऐसे लगता है की एक्टिंग सिर्फ नेटफ्लिक्स के वेब सीरीज करने वाले एक्टर्स को ही आती है ! ये कहानी है अर्जुन (अजय देवगन ) की ,एक लड़का जिस ने संगीत को भगवान मान लिया है और वो संगीत पर पकड़ भी रखता है।उसे आज के एड शेरन या टेलर स्विफ्ट जैसे स्टार परफॉर्मर बनना है और ग्राउंड फुल करने है।अपनी मेहनत से वो अपना नाम बना लेता है। उस के सफर में दो और लड़के और एक लड़की जुड़ जाती है जिसे अर्जुन चाहता है ।दूसरी तरफ उस का बचपन का साथी मन्नू (सलमान खान) है जिस को देवी सरस्वती ने गानों के सभी कौशल से नवाजा है लेकिन उसे इस की कदर नही है।मन का सच्चा और मन मौजी मन्नू अपने गांव में एक बैंड में काम कर के उधारी का जीवन काट रहा है।अपने बैंड को बड़ा करने के लिए एक दिन अर्जुन आकर मन्नू को लंदन ले जाता है ।मन्नू अजय की लव इंट्रेस्ट के प

Book Review: The White Tiger by Aravind Adiga

  The tale of Balram Halwai was told in The White Tiger. While Balram's family was extremely impoverished, his forefathers were Halwai the confectioners. His dad operated an autorickshaw. They all resided in the corrupt politician and landlord-filled village of Laxmangarh. Except for Balram, it appears that every villager is content with the current circumstances. Balram's desire for wealth is heightened by the loss of his father. Balram's grandma Kusum wishes for him to marry, but he turns her down and flees to Delhi. He learnt to drive in Delhi, and happily he finds work as a driver for Mr. Ashok, the son of one of the landlords in his village. Balram resolves to become increasingly wealthy so that no one can ignore him after failing to cure his father of tuberculosis. Balram becomes close to Mr. Ashok, his master, on his path to wealth. In our narrative, Mr. Ashok appears to be a modest individual. Everything proceeds as planned, but one day Balam violently killed Mr. As

Taal Movie Revisit

 ताल  बॉलीवुड के शोमैन कहे जाने वाले फिल्म मेकर सुभाष घई,संगीत के जादूगर कहे जाने वाले ए आर रहमान,महान गीतकार आनंद बक्षी और विश्व सुंदरी ऐश्वर्या राय इस फिल्म में पहली बार एकसाथ आए ।ये वो हिंदी फिल्म है जिसे हम हिंदी दर्शक बोल सकते है की धीस इस सिनेमा ! टिपिकल सी बॉलीवुड वाली कहानी है ।कुछ भी ऐसा नहीं है जो हमने पहले कही देखा नही था ! फिर भी ये फिल्म स्पेशल लगती है इस का पूरा श्रेय सुभाष घई को जाता है।इस फिल्म के दो हिस्सो के बारे में ही मैं आज लिखूंगी। ए आर रहमान ! बॉम्बे,रोजा जैसी फिल्मों का संगीत उत्तरी भारत के लोगो में छा गया था ।रंगीला के बाद रहमान की ताल शायद वो दूसरी फिल्म होगी जो कोई रिमेक या डब फिल्म नही थी जिस के लिए उसे ओरिजिनल संगीत बनाना पड़ा।आम तौर पर रहमान ट्यून देता है और उस पर लिरिसिस्ट गाने लिखते है। यहा आनंद बक्षी के गाने लिखे हुए थे जिन्हे रहमान ने कुछ ऐसे सजाया की गाने नही,गुलाब जामुन में घुली शक्कर बन गए।ताल का संगीत म्यूजिक पर्कशन मतलब अनेक वाद्यों को लाइव रिकॉर्ड कर के वो म्यूजिक पिस गानों में डालने के मामले में बेहेतरीन उदाहरण है ।वैसे तो रहमान पढ़ा लिखा और तकन