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अक्तूबर, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

History of Chambal

 चम्बल का इतिहास क्या हैं? ये वो नदी है जो मध्य प्रदेश की मशहूर विंध्याचल पर्वतमाला से निकलकर युमना में मिलने तक अपने 1024 किलोमीटर लम्बे सफर में तीन राज्यों को जीवन देती है। महाभारत से रामायण तक हर महाकाव्य में दर्ज होने वाली चम्बल राजस्थान की सबसे लम्बी नदी है। श्रापित और दुनिया के सबसे खतरनाक बीहड़ के डाकुओं का घर माने जाने वाली चम्बल नदी मगरमच्छों और घड़ियालों का गढ़ भी मानी जाती है। तो आईये आज आपको लेकर चलते हैं चंबल नदी की सेर पर भारत की सबसे साफ़ और स्वच्छ नदियों में से एक चम्बल मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में महू छावनी के निकट स्थित विंध्य पर्वत श्रृंखला की जनापाव पहाड़ियों के भदकला जलप्रपात से निकलती है और इसे ही चम्बल नदी का उद्गम स्थान माना जाता है। चम्बल मध्य प्रदेश में अपने उद्गम स्थान से उत्तर तथा उत्तर-मध्य भाग में बहते हुए धार, उज्जैन, रतलाम, मन्दसौर, भिंड, मुरैना आदि जिलों से होकर राजस्थान में प्रवेश करती है। राजस्थान में चम्बल चित्तौड़गढ़ के चौरासीगढ से बहती हुई कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, करोली और धौलपुर जिलों से निकलती है। जिसके बाद ये राजस्थान के धौलपुर से दक्षिण की ओर

कितना खतरनाक है चीन का नया हाइपरसोनिक मिसाइल| New Hypersonic ICBM Test By China

कितना खतरनाक है चीन का नया हाइपरसोनिक मिसाइल| New Hypersonic ICBM Test By China हमारे पड़ोसी मुल्क चीन से यह खबर आई है कि उसने अब तक की सबसे एडवांस तकनीक संयुक्त हाइपरसोनिक मिसाइल DF-17 का सफल परीक्षण कर लिया है। अमेरिका ने इस बारे में चीन के ऊपर इल्जाम लगाया है, और चीन ने हमेशा की तरह इस इल्जाम को खारिज कर दिया है। लेकिन हमारे लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि हाइपरसोनिक तैयार आखिर क्या होते हैं? यह कितने खतरनाक हैं? और यदि चाइना ने इसका इस्तेमाल भारत के खिलाफ किया तो इसका उत्तर देने के लिए भारत के पास क्या-क्या संसाधन उपलब्ध है? DF-17 चीन तकरीबन 2 साल पहले अपने ध्यान में चौराहे पर अपनी नई अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का प्रदर्शन किया था। लेकिन अब यह खबर भी आ रही है कि चीन ने उस DF 17 को हाइपरसोनिक ग्लाइड सिस्टम से युक्त कर दिया है। अब लाजमी तौर पर एक सवाल आता है कि आखिर यह हाइपरसोनिक ग्लाइड सिस्टम होता क्या है? हाइपरसोनिक ग्लाइड सिस्टम विज्ञान पढ़ने वाले सयाने लोग ऐसा कहते हैं कि हाइपरसोनिक का मतलब होता है ध्वनि की रफ्तार से 5 गुना तेज।  तो हाइपरसोनिक मिसाइल का मतलब हो गया वह मिसाइल

इंग्लैंड की गौरवपूर्ण क्रांति| The Glorious Revolution

इंग्लैंड की गौरवपूर्ण क्रांति| The Glorious Revolution The Glorious Revolution गौरवपूर्ण क्रांति, जिसे प्रायः 1688 का अंग्रेजी पुनर्जागरण भी कहते हैं। इसे रक्तहीन क्रांति भी कहा जाता है। इंग्लैंड में 1688 से लेकर 16 से 89 के बीच हुई थी। इस क्रांति का प्रमुख कार्य ब्रिटेन के कैथोलिक राजा जेम्स द्वितीय को उनकी प्रोटेस्टेंट बेटी मेरी और उसके पति विलियम ऑफ़ ऑरेंज जो कि डच थे के द्वारा प्रतिस्थापित किया जाना है। किसी भी क्रांति की तरह इस क्रांति ने भी वर्षों पुरानी चली आ रही राजशाही, राजा के अधिकारों, एवं राजसत्ता पर सीधा प्रभाव डाला। संवैधानिक संसद की स्थापना एवं उसका क्रियान्वयन इस क्रांति का प्रमुख योगदान है। राजा की निरंकुशता पर लगाम लगाने के लिए इंग्लैंड में सबसे पहला प्रयास 1215 ईस्वी में किया गया था। तब ब्रिटेन के सामंत लोगों ने आपस में मिलकर तात्कालिक राजा को टैक्स में मनचाही वृद्धि करने से रोक लगाने के लिए मैग्नाकार्टा लाया था। मैग्ना कार्टा को किसी भी देश की प्रथम संविधान का एक ड्राफ्ट कहा जा सकता है। इंग्लैंड की गौरवपूर्ण क्रांति  : पृष्ठभूमि 1685 में इंग्लैंड के राज सिंहासन पर ज

भारत का एक ऐसा रेलवे स्टेशन जहां जाने के लिए आपको पाकिस्तान का वीज़ा चाहिए

भारत का एक ऐसा रेलवे स्टेशन जहां जाने के लिए आपको पाकिस्तान का वीज़ा चाहिए यह भारत का एकमात्र रेलवे स्टेशन है, जहां आपको इसके परिसर में प्रवेश करने के लिए पाकिस्तान का वीजा लेना होता है - यदि सुरक्षा अधिकारी आपको पासपोर्ट और वीजा के बिना पाते हैं, तो आपको सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा। Atari Station आप पर विदेशी अधिनियम की धारा 14 के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। इस अधिनियम के तहत मामला दर्ज होने पर जमानत मिलने में सालों लग जाते हैं। अटारी श्याम सिंह रेलवे स्टेशन पंजाब के अमृतसर जिले में स्थित है और यह वही स्टेशन है जहां से समझौता एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई जाती है। अटारी श्याम सिंह रेलवे स्टेशन के अधिकारियों के अनुसार, किसी भी भारतीय को बिना वीजा के स्टेशन परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है क्योंकि इस स्टेशन से पाकिस्तान की ट्रेनें चलती हैं। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए, स्टेशन पर सशस्त्र सुरक्षा कर्मियों द्वारा भारी पहरा दिया जाता है और कई स्तरों पर जांच की जाती है। रेलवे स्टेशन भी चौबीसों घंटे सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रहता है। विदित हो कि अटारी

मतलब अमेरिका की खोज कोलंबस ने नहीं की थी| Who Discovered America

मतलब अमेरिका की खोज कोलंबस ने नहीं की थी| Who Discovered America छठी कक्षा. इतिहास का घंटा... प्रो इतिहासकार मास्टर जी - अमेरिका की खोज किसने की थी? ले टॉपर बेटा - अमेरिका की खोज कोलंबस ने की थी। हो सकता है आने वाले समय में यह जवाब गलत हो। आखिर क्यों चलिए जानते हैं इस ब्लॉग में- Who Really Discovered America? अगर आप भी आज तक यही मानते आए हैं कि अमेरिका की खोज क्रिस्टोफर कोलंबस ने की थी तो शायद यह ब्लॉग आप को गलत साबित कर दे। अभी तक तो यही माना जाता आ रहा है कि अमेरिका की खोज क्रिस्टोफर कोलंबस ने 12 अक्टूबर 1492 को की थी। लेकिन सयाने लोगों की नई स्टडी ने यह दावा कर दिया है कि अमेरिका की खोज कोलंबस ने नहीं यूरोपीय लोगों ने कोलंबस से बहुत पहले कर दी थी। शोधकर्ताओं का मानना है कि अमेरिका की खोज वाइकिंगस ने कोलंबस से तकरीबन 500 साल पहले कर दी थी। उस जमाने में वाइकिंग्स को समुद्री डाकू खोजकर्ता या व्यापारी कहा जाता रहा होगा।  क्या दावा किया गया है नए शोध में शोधकर्ताओं का दावा है कि उन्होंने वह वर्ष ज्ञात कर लिया है जब क्रिस्टोफर कोलंबस से पहले नॉर्थ अमेरिका में यूरोपीय लोगों ने अपनी बस्ती

History and Significance of Taking The Knee| Why Players Kneeling on the ground

History and Significance of Taking The Knee| Why Players Kneeling on the ground T20 World Cup में खिलाड़ियों द्वारा किया जाने वाला Taking The Knee क्या है? बीते कुछ समय से हम सभी लोग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चलने वाले खेलों में खिलाड़ियों को अपने एक घुटने के बल बैठता हुआ देखते आए हैं। चाहे फुटबॉल हो, क्रिकेट हो अथवा ओलंपिक खेल ही क्यों ना हो, खिलाड़ियों को अपने घुटने के बल बैठकर एक खास प्रदर्शन करना आखिर क्या दिखाता है? आखिर क्यों दुनिया भर के खिलाड़ी अपने अपने क्षेत्र में इस प्रकार की Body Language बना रहे हैं? Football Players Kneeling 18वीं और 19वीं शताब्दी में जब ब्रिटेन पूरी दुनिया पर अपना राज कर रहा था। तब ब्रिटिश अधिकारी कई अलग-अलग तरीकों से उन देशों के मूल निवासियों के प्रति घृणा का भाव रखते थे। जिनमें सबसे बड़ा भाव था रंग के आधार पर भेदभाव करना। रंगभेद, नस्लभेद या Racism भी कहा जाता है। रंगभेद और नस्ल भेद वक्त के साथ कमजोर पड़ते गए लेकिन कभी पूर्ण रूप से खत्म नहीं हो पाए। कुछ लोगों का केवल अपने त्वचा के रंग आधार पर यह मानना कि वह बाकी दुनिया से श्रेष्ठ हैं, एक प्रकार की विकृत

Biography of Sardar Udham Singh| सरदार उधम सिंह की जीवनी

Biography of Sardar Udham Singh | सरदार उधम सिंह की जीवनी Sardar Udham Singh 31 जुलाई 1940, सुबह के 4:00 बज रहे थे। लंदन की पैंटनविले जेल में, जेलर ने अपने सहायक को लोहे की बनी मोटी सलाखों वाले दरवाजे को खोलने का आदेश दिया। जेलर ने कहा तुम्हारा समय आ गया है क्या तुम्हें नहीं लगता कि तुम बहुत जल्दी मर रहे हो? आंखों में सुकून, सिर पर पगड़ी और हाथों में वाहेगुरु का जप नाम लिए शेर सिंह उठा। और बड़े आत्मविश्वास के साथ उसने कहा-  "मैंने उसे मारा क्योंकि मुझे उससे नफरत थी। वो इसी लायक था। मैं किसी समाज का नहीं। मैं किसी के साथ नहीं। मरने के लिए बूढ़े होने का इंतजार क्यों करना? मैं देश के लिए अपनी जान दे रहा हूं।" घड़ी आगे बढ़ चली थी। थोड़ी देर बाद आदेश के अनुसार शेर सिंह को फांसी दे दी गई।  शेर सिंह, 2 महीने पहले तक अंग्रेज सरकार को इस नाम से बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ता था। लेकिन 2 महीने पहले कुछ ऐसा हुआ जिसने अंग्रेजी हुकूमत को यह बता दिया कि हिंदुस्तान अब नया रूप ले रहा है। यह घर में घुसेगा भी और ठोकेगा भी। शेर सिंह की शहादत के बाद ही पता चला कि भगत सिंह केवल एक नाम नहीं था, बल्कि

Who is your Hero| आपका नायक कौन है| A blogpost by Abiiinabu

Who is your Hero| आपका नायक कौन है|A blogpost by Abiiinabu Who is your Hero? Let's Think about it बहुत दिनों से एक कॉन्ट्रोवर्सी चली आ रही है एक बड़े अभिनेता का बेटा कोई पाउडर खाते हुए पकड़ा गया है। शायद किसी प्रकार का प्रोटीन रहा होगा तभी तो एनसीपी ने उसे गिरफ्तार किया। मुझे इस पूरे प्रकरण से कोई खास दिक्कत नहीं थी लेकिन जब मैंने समाज के जिम्मेदार लोगों को ऐसे लोगों को बचाते देखा जिन्हें उनकी जिम्मेदारी भी नहीं पता है जिन्हें उनके कर्तव्य भी नहीं पता है तो मन एकदम कच्चा सा हो गया। जब मूड खराब होता है ना तो आदमी बस चुप रहता है लेकिन मैं चुप नहीं रहना चाहता मैं चाहता हूं कि आप लोगों को यह पता चले कि कुछ मुट्ठी भर लोग हम लोगों को सपने देखने से भी वंचित रख सकते हैं। कैसे कुछ मुट्ठी भर लोग अपना स्वार्थ सिद्ध करने हेतु मिडल क्लास फैमिली के नौजवानों को भी नशे के ऐसे गर्त में धकेल सकते हैं जहां से वापस आने की कोई संभावना ही नहीं है। Who is Your Hero? आज का किस्सा हो सकता है बहुत सारे लोगों को कुछ खास पसंद ना आए। लेकिन अगर आज एक युवा होते हुए भी मैंने युवाओं के बारे में बात नहीं की तो मेरा

India's first Vertical Lift Sea Bridge| All about New Pamban Railway Bridge

India's first Vertical Lift Sea Bridge| All about New Pamban Railway Bridge Old Pumban Bridge      पम्बन पुल तमिलनाडु के रामेश्वरम में स्थित है जो सचमुच भारत का दक्षिणपूर्वी सिरे है। रामेश्वरम अपने आप में एक द्वीप है और यह इस सदी पुराने समुद्री पुल के माध्यम से भारत की मुख्य भूमि से जोड़ता है । यह पुल रामेश्वरम बस स्टैंड से 14.8 किमी दूर स्थित है। आप सरकारी बसों या निजी वाहनों से पुल तक पहुंच सकते हैं। आप रामेश्वरम जाने के लिए या तो रेल मार्ग या सड़क मार्ग ले सकते हैं जो इसके समानांतर चलता है।      भारत देश का पहला  वर्टीकल लिफ्ट रेलवे सी ब्रिज तमिलनाडु के रामेश्वरम में बन रहा है। जिसका नाम पम्बन रखा गया है। दोहरे ट्रैक वाला यह पुल एक इंजीनियरिंग चमत्कार है। इस पुल की लम्बाई 2.07 किमी है; जिसको आने वाले मार्च 2022 तक बना कर पूरा कर लिया जायेगा। यह पुल रामेश्वरम से धनुष्कोडी को जोड़ता है। यह पल पम्बन द्वीप को भारत की मुख्य भूमि से जोड़ेगा।  इसको पुराने पुल के स्थान के बदला जा रहा है। गैरतलब है कि पुराने पम्बन द्वीप को जोड़ने वाला पुल अंग्रेज़ों ने 1914 में बनवाया था। Rameshwaram and Dh

The White Tiger Book Review by Abiiinabu, The best book to start reading?

The White Tiger  Book Review by Abiiinabu, The best book to start reading?  The White Tiger: Author:-        Arvind Adiga  is an Indian author and a Men Booker Prize holder for the same book in 2008.       The White Tiger was a New York Times bestseller book for a long time. The White Tiger: Summary :-      The White Tiger was a story of Balram Halwai. His ancestors were Halwai the sweet makers, but Balram's family was very poor. his father was an auto-rickshaw driver. they all lived in a village named Laxmangarh, which s full of corrupt politicians and landlords. it seems all the villagers are okay with this situation except Balram. Balram wants to be rich and his father's death puts on his fire more. Balram's grandmother Kusum wants Balram to get married but Balram refuses and ran away to Delhi. in Delhi, he learned Driving, and fortunately, he gets a job at one of his village's landlord's son Mr. Ashok's driver. Balram can't save his father from TB so h

आखिर चाइना में क्यों चली गई है सब की बत्ती| China Crisis in China| Abiiinabu

आखिर China में क्यों चली गई है सब की बत्ती? चाइना इस समय अपने सबसे भीषण ऊर्जा उत्पादन संकट से जूझ रहा है। इस समय चीन में हालत यह है कि ट्रैफिक लाइट को दिया जाने वाला सिग्नल भी बंद कर दिया गया है। आम आदमी के घरों में दी जाने वाली बिजली की सप्लाई न्यूनतम कर दी गई है, और रात के अलावा दिन में केवल आपातकालीन सेवाओं को ही बिजली का उपभोग करने की अनुमति है। आखिर चीन में ऐसा क्यों हो रहा है, आइए जानते हैं- Energy Crisis in China :  क्या चल रहा है China में? भारत का पड़ोसी मुल्क चीन इस समय अपने ऊर्जा की कमी से जूझ रहा है। कई बड़ी-बड़ी कंपनियां शट डाउन कर दी गई हैं एवं कई जगह ट्रैफिक लाइटों में भी बिजली नहीं दी जा रही है। यहां तक कि आम आदमी के घर में भी बिजली का उपभोग न्यूनतम रखने की आदेश जारी कर दिए गए हैं। इसका सबसे बड़ा नुकसान चीन के विभिन्न उत्पादक क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाने वाले महत्वपूर्ण स्थान की हानि के साथ होगा, जिसका खामियाजा चीन के साथ साथ बाकी के सभी देशों को भी भरना पड़ेगा। China Energy Crisis चीन इस समय दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और यदि यह अर्थव्यवस्था बैठ ग

All About Nobel Awards in Hindi| Nobel Prize History in Hindi| Nobel Prize 2021 in Hindi

All About Nobel Awards in Hindi| Nobel Prize History in Hindi| Nobel Prize 2021 in Hindi नोबेल पुरस्कार आधुनिक दुनिया में विषय विशेष पर दिया जाने वाला सबसे बड़ा सम्मान एवं पुरस्कार है। यह पुरस्कार स्वीडिश वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की याद में दिया जाता है। जिनका जन्म 21 अक्टूबर 1835 को हुआ था एवं मृत्यु 10 दिसंबर 1896 को हुई थी। उनकी पुण्यतिथि पर उनको सम्मान देते हुए 10 दिसंबर को ही नोबेल पुरस्कारों का वितरण किया जाता है। Alfred Nobel अलफ्रेड नोबेल स्वीडन के प्रख्यात वैज्ञानिक थे। उन्होंने अपने जीवन काल में 355 पेटेंट अपने नाम कराए। जिसमें डायनामाइट भी शामिल था। डायनामाइट उस समय सबसे महत्वपूर्ण खोजों में से एक था। क्योंकि डायनामाइट से पहले सारे विस्फोटक पदार्थ तरल होते थे। जिन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना, अत्यंत कठिन एवं साथ ही साथ बेहद हानिकारक भी होता था। Dynamite डायनामाइट की बिक्री करके सर अल्फ्रेड नोबेल ने तकरीबन 265 बिलियन अमेरिकी डॉलर की संपत्ति नोबेल फाउंडेशन में दान की थी। Norwegian Parliament नोबेल फाउंडेशन को बनाने की बात उन्होंने अपनी वसीयत में ही लिख दी थी

नोबेल पुरस्कार 2021|Nobel Prize 2021

नोबेल पुरस्कार 2021|Nobel Prize 2021 इस साल के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा हो चुकी है। हर साल की तरह इस साल भी 6 क्षेत्रों में, नोबेल पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। जिनमें चिकित्सा, भौतिक शास्त्र, रसायन, साहित्य, शांति, एवं अर्थशास्त्र शामिल हैं। चिकित्सा का Nobel Prize 2021  इस साल का चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार अमेरिका के David Julius और Ardem Patapautian को दिया गया है। Source: Office Nobel Prize website उनको यह पुरस्कार तापमान एवं दाब को शरीर के तंत्रिका तंत्र में पहुंचाने वाले परीक्षकों के क्रियाकलप के पर्यवेक्षण के लिए दिया गया है। [ Discovery of the Receptors for Temperature & Touch ] पुरस्कार के स्वरूप उनको 10 मिलीयन स्वीडिश क्रोनर एक प्रशस्ति पत्र एवं एक स्वर्ण पदक दिया जाएगा।  साहित्य का Nobel Prize 2021 वर्ष 2021 का साहित्य का नोबेल पुरस्कार, अब्दुल रज्जाक गुरनाह   को दिया गया है। उन्हें यह पुरस्कार अपनी समस्त लिख न्यू में उपनिवेशवाद एवं शरणार्थियों की स्थिति को बहुत ही मार्मिक तरीके से प्रस्तुत करने के लिए दिया गया है। उनकी रचनाओं में अफ्रीका एवं यूरोप के सांस्कृतिक आदान