चित्रलेखा – एक दार्शनिक कृति की समीक्षा लेखक: भगवती चरण वर्मा प्रस्तावना हिंदी साहित्य के इतिहास में *चित्रलेखा* एक ऐसी अनूठी रचना है जिसने पाठकों को न केवल प्रेम और सौंदर्य के मोह में बाँधा, बल्कि पाप और पुण्य की जटिल अवधारणाओं पर गहन चिंतन के लिए भी प्रेरित किया। भगवती चरण वर्मा का यह उपन्यास 1934 में प्रकाशित हुआ था और यह आज भी हिंदी गद्य की कालजयी कृतियों में गिना जाता है। इसमें दार्शनिक विमर्श, मनोवैज्ञानिक विश्लेषण और सामाजिक यथार्थ का ऐसा संलयन है जो हर युग में प्रासंगिक बना रहता है । मूल विषय और उद्देश्य *चित्रलेखा* का केंद्रीय प्रश्न है — "पाप क्या है?"। यह उपन्यास इस अनुत्तरित प्रश्न को जीवन, प्रेम और मानव प्रवृत्तियों के परिप्रेक्ष्य में व्याख्यायित करता है। कथा की बुनियाद एक बौद्धिक प्रयोग पर टिकी है जिसमें महात्मा रत्नांबर दो शिष्यों — श्वेतांक और विशालदेव — को संसार में यह देखने भेजते हैं कि मनुष्य अपने व्यवहार में पाप और पुण्य का भेद कैसे करता है। इस प्रयोग का परिणाम यह दर्शाता है कि मनुष्य की दृष्टि ही उसके कर्मों को पाप या पुण्य बनाती है। लेखक...
कितना खतरनाक है चीन का नया हाइपरसोनिक मिसाइल| New Hypersonic ICBM Test By China हमारे पड़ोसी मुल्क चीन से यह खबर आई है कि उसने अब तक की सबसे एडवांस तकनीक संयुक्त हाइपरसोनिक मिसाइल DF-17 का सफल परीक्षण कर लिया है। अमेरिका ने इस बारे में चीन के ऊपर इल्जाम लगाया है, और चीन ने हमेशा की तरह इस इल्जाम को खारिज कर दिया है। लेकिन हमारे लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि हाइपरसोनिक तैयार आखिर क्या होते हैं? यह कितने खतरनाक हैं? और यदि चाइना ने इसका इस्तेमाल भारत के खिलाफ किया तो इसका उत्तर देने के लिए भारत के पास क्या-क्या संसाधन उपलब्ध है? DF-17 चीन तकरीबन 2 साल पहले अपने ध्यान में चौराहे पर अपनी नई अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का प्रदर्शन किया था। लेकिन अब यह खबर भी आ रही है कि चीन ने उस DF 17 को हाइपरसोनिक ग्लाइड सिस्टम से युक्त कर दिया है। अब लाजमी तौर पर एक सवाल आता है कि आखिर यह हाइपरसोनिक ग्लाइड सिस्टम होता क्या है? हाइपरसोनिक ग्लाइड सिस्टम विज्ञान पढ़ने वाले सयाने लोग ऐसा कहते हैं कि हाइपरसोनिक का मतलब होता है ध्वनि की रफ्तार से 5 गुना तेज। तो हाइपरसोनिक मिसाइल का मतलब हो गया वह मिस...